How smoking increases difficulties after surgery?
इस अध्ययन ने एक स्पष्ट सुझाव दिया है कि वर्तमान में धूम्रपान करने वालों में निमोनिया, स्ट्रोक और घाव में संक्रमण की दर अधिक दिखी है | उदाहरण के लिए, धुम्रपान करने वालों में संक्रमण ४० प्रतिशत और निमोनिया ५३ प्रतिशत अधिक पाया गया. वर्तमान में धूम्रपान करने वालों के लिए एक साल की मृत्यु दर धुम्रपान न करने वालों से ६३ प्रतिशत बड़ा हुआ था |
धूम्रपान (smoking) और सर्जरी के बीच सम्बन्ध
कई रोगियों को आश्चर्य हो सकता है कि कैसे धूम्रपान सर्जरी के बाद होने वाली जटिलताओं को बड़ा सकता है | ये बहुत साफ़ नहीं है की आपके फेफड़ों और एक सफल घुटना रिप्लेसमेंट के बीच क्या सम्बन्ध है |
१. धूम्रपान (Smoking) और ऑक्सीजन की आपूर्ति
जैसा की हम जानते हैं, हमारे शरीर की कोशिकाओं को अपने विभिन्न कार्यों को पूरा करने के लिए ऑक्सीजन आवश्यक है। यह ऑक्सीजन हमारे रक्त में हीमोग्लोबिन नाम के पदार्थ द्वारा फेफड़ों से हमारे शरीर के सभी भागों में पहुंचाई जाती है | ये पाया गया है की धुम्रपान करने वाले व्यक्ति में हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को ठीक तरह से अवशोषित नहीं कर पता है | सर्जरी के उपरांत ऑक्सीजन घायल ऊतकों के वापस चंगा होने के लिए आवश्यक है. परन्तु ऑक्सीजन की आपूर्ति कम होने पर सुधार की प्रक्रिया भी ढीली हो जाती है |
इसके अलावा धुम्रपान के कारण रक्त में विभिन्न प्रकार के टार जैसे रसायन मिल जाते हैं, जिनसे रक्त अधिक गाड़ा हो जाता है | यह रक्त छोटी रक्त वाटिकाओं, जिन्हें केपिलरी भी कहा जाता है, में सही तरह से बह नहीं पता है | इससे भी कोशिकाओं को पर्याप्त मात्र में ऑक्सीजन और अन्य जरूरी पदार्थ नहीं मिल पाते हैं |
इन दोनों ही कारणों से घायल कोशिकाएं जल्दी ठीक नहीं हो पाती और संक्रमण की संभावना बड़ जाती है |
२. धूम्रपान (Smoking) और संक्रमण से लड़ने की क्षमता
धूम्रपान शरीर की संक्रमण से लड़ने की प्राकृतिक क्षमता कम कर देता है। शोध बताते हैं कि धुएं में मौजूद रसायन संक्रमण से लड़ने वाली कोशिकाओं, जैसे न्यूट्रोफिल की गतिविधि को सीमित कर देता है। न्यूट्रोफिल की प्राथमिक भूमिका बैक्टीरिया या किसी भी विदेशी पदार्थ पर हमला करने और चौकसी करने के लिए है। जब न्यूट्रोफिल की गतिविधि कम हो जाती है, घाव क्षेत्र के संक्रमण की संभावना भी बढ़ जाती है।
३. धूम्रपान और रक्तचाप
धूम्रपान अधिक रक्तचाप पैदा करता है | उच्च रक्तचाप वैसे ही ह्रदय के लिए बुरा माना जाता है, परन्तु सर्जरी के बाद तो यह और भी खतरनाक हो सकता है | नतीजे बताते हैं की बड़ा हुआ रक्तचाप अनेक तरह की मुश्किलें पैदा करता है, जैसे सांस से सम्बंधित परेशानी, स्ट्रोक या ह्रदय से जुड़े हुए अन्य रोग | यह सब रोगी की मृत्यु दर को बढाने का काम करते हैं |
क्या धुम्रपान (Smoking) के रोगी के लिए कोई रास्ता नहीं?
सौभाग्य से, अनुसंधान ने यह भी सिद्ध किया है कि भले ही एक व्यक्ति जो नियमित रूप से धूम्रपान करता रहा हो, अगर वह सर्जरी से ६-८ सप्ताह पहले धूम्रपान छोड़ दे, तो जटिलताओं को कम किया जा सकता है | सबसे अच्छा तो यही होगा की आप धुम्रपान करें ही नहीं, परन्तु अगर कोई सर्जरी होने वाली हो तो इसको तुरंत छोड़ दें | अगर धुम्रपान छोड़ने में कोई मुश्किल हो रही हो, तो पहले उसके लिए काउंसलिंग की सहायता लें | जब एक व्यक्ति को मधुमेह, उच्च रक्तचाप या कोई और पुराना रोग हो जो ठीक नहीं हो सकता, तो रोगी के पास सर्जरी के बाद हो सकने वाली जटिलताओं को कम करने के लिए कोई विकल्प नहीं है | परन्तु यदि आप धुम्रपान करते हैं, तो आपके पास अवश्य ये विकल्प है की आप धुम्रपान को त्याग कर इन मुश्किलों से बच सकें |
References
- Smoking as a risk factor for short‐term outcomes following primary total hip and total knee replacement in veterans; Singh, Jasvinder A.; Houston, Thomas K.; Ponce, Brent A.; Maddox, Grady; Bishop, Michael J.; Arthritis Care and Research, Volume 63 (10) – Oct 1, 2011
- Image Source: Wikimedia
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Dr. Kaleem Mohammed graduated as a Bachelor of Physiotherapy in 2014 from Deccan College of Physiotherapy, affiliated to Dr. N.T.R. University of Health Sciences, Vijayawada, India. Dr. Kaleem is an expert at handling physiotherapy needs of patients suffering from orthopedic and spinal conditions and post-surgery rehabilitation. Dr. Kaleem is associated with HealthClues since its inception where he facilitates diagnosis and advanced consultation with senior doctors. He is also a medical researcher and prolific writer who loves sharing insightful commentaries and useful tips to educate the patient community about fitness, treatment options, and post-treatment recovery.
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