Safi Syrup एक आयुर्वेदिक सिरप है जिसमें प्राकृतिक तत्व के रूप में कई प्रकार की जड़ी-बूटियां शामिल होती है और इसका इस्तेमाल त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है जो आमतौर पर रक्त में अशुद्धियों (खून के साफ़ ना होने) के कारण होती हैं, जैसे कि मुँहासे, ब्लेमिश, फोड़े, पित्ती (अर्टिकेरिया) आदि|
आइये जानते है की साफी सिरप कैसे काम करती है, इसके दुष्प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट) क्या है, इसे उपयोग में लेते समय क्या सावधानियां रखनी चाहिए और किन परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए –
साफी सिरप की संरचना और सक्रिय सामग्री – (Composition & Active Ingredients)
साफी सिरप में निम्नलिखित सक्रिय सामग्री शामिल होती है –
- गुलाब
- चन्दन
- गिलोय
- शरपूंखा
- उषा माघबी
- नीम
- तुलसी
- गौराखमुंडी
- सनाय (Senna)
- आइपोमिया टर्पेथम (IpomeaTurpethum)
- डालबर्गिया सिसो (DalbergiaSissoo)
- हरीतकी (TerminaliaChebula)
- करकुमा ज़ेडोकेरिया (Curcuma Zedoaria)
- स्वर्टिया चिरता (SwertiaChirata)
- कैसिया ओकिडेंटलिस (Cassia Occidentalis)
- जेंटियाना कुरुओ (GentianaKurroo)
- कोलोकेसिया एस्कुलेंटा (ColocasiaEsculenta)
- जैदरी जड़ (Zedoary Root)
- बर्बेरिस अरिस्टाटा (BerberisAristata)
- स्मिलैक्स ओवलिफोलिया (Smilax Ovalifolia)
- प्रोसोपिस जूलीफ्लोरा (ProsopisJuliflora)
- एवोल्वुलस अलसिनोइड्स (EvolvulusAlsinoides)
- बकोपा मोननेरी (BacopaMonnieri)
- कैसिया एब्सस (Cassia Absus)
- क्लोरोफाइटम बोरिविलियनम (ChlorophytumBorivilianum)
- शोर देसी (ShoraDesi)
- मिलह फिरंगी (MillehFirangi)
निर्माता –हमदर्द लैब्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड,यह भारत में स्थित एक यूनानी और आयुर्वेदिक दवा कंपनी है
पर्चा –जरूरी नहीं है
रूप –सिरप के रूप में उपलब्ध है
दवा का प्रकार –रक्त शोधक (खून शुद्ध करना)
साफी सिरप का उपयोग (Uses)
साफी सिरप का इस्तेमाल नीचे दिए गए लक्षणों, बीमारियों और परिस्थितियों के नियंत्रण, रोकथाम और इलाज के लिए किया जाता है –
- त्वचा के रोग
- मुँहासे
- खुजली
- भूख कम लगना
- मोटापा
- जलोदर
- माँसपेशियों में दर्द
- ब्रोंकाइटिस
- जोड़ों का दर्द
- संक्रमणबी
- दुर्बलता
- थकान
- जीर्ण दस्त
- खांसी
- गले में खरास
- सरदर्द
- न्यूरोटॉक्सिटी
Safi Syrup कैसे काम करता है – (How does it work)
साफी सिरप हिस्टामाइन, एसिटाइलकोलाइन, कोलेसिस्टोकिनिन और प्रोस्टाग्लैंडीन जैसे तत्वों की मदद से काम करता है| इसमें एक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होता है जो गैस्ट्रिक म्यूकोसा को बिना बदले और टी-लिम्फोसाइट मीडिएटेड साइटोटोक्सिसिटी को ब्लॉक करते हुए त्वचा के कैंसर को रोकता है|
यह सिरप ह्यूमोरल एंटीबॉडी उत्पादन को बढ़ाता है साथ ही बैक्टीरिया, वायरस और फंग्स जैसे जीवणुओं को रोकते हुए दर्द और सूजन को भी कम करता है| बालों को भी ये मजबूती और बेहतर स्थिति प्रदान करते हुए उनमें सुधार करता है|
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Safi Syrup कैसे ले – (How to Take)
- सामान्य तौर पर आप इसका इस्तेमाल दिन में किसी भी समय कर सकते है, लेकिन बेहतर परिणामों के लिए यह सलाह दी जाती है की इसका उपयोग नियमित समय पर करे|
- यदि सुबह जल्दी सिरप उपयोग में लिया जाता है तो यह एक अच्छे लैक्सेटिव (रेचक) के रूप में फायदा पहुँचता है|
- साफी सिरप को सुबह, दोपहर और रात के खाने से आधे घंटे पहले – गर्म या गुनगुने पानी के साथ इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है|
Safi Syrup की खुराक (Dosage)
नोट – नीचे दी गई साफी सिरप खुराक की जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से दी गई है| इस दवाई का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य प्राप्त करे और दवाई का उपयोग डॉक्टर द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों या दवाई के पैकेट पर लिखी सूचनाओं के अनुसार ही करे|
समान्य तौर पर ली जाने वाली खुराक –
- वयस्कों के लिए 10 मि.ली.
- बच्चों के लिए 5 मि.ली. और
- प्रतिदिन अधिकतम दो बार खुराक ली जा सकती हैं|
इन परिस्थितियों में Safi Syrup इस्तेमाल करने से बचे (Contraindications)
अगर आपको नीचे दी गई कोई भी बीमारी या समस्या है तो उस स्थिति में साफी सिरप का उपयोग नहीं करना चाहिए –
- अतिसंवेदनशीलता (हाइपर-सेंसिटिविटी)
- अधिक खुराक
- बच्चों में
- गर्भावस्था में
- अंग प्रत्यारोपण (ऑर्गन ट्रांसप्लांट)
- बांझपन की समस्या (इनफर्टिलिटी)
- स्तनपान
- सर्जरी आदि|
Safi Syrup से जुड़ी सावधानियां और इस्तेमाल की जानकारी – (Precautions and How to Use)
साफी सिरप दवाई का इस्तेमाल अन्य बिना पर्चे के मिलने वाली दवाओं और उत्पादों के साथ करने से यह आपके शरीर पर अलग तरह से प्रभाव डाल सकती है और इससे दुष्प्रभाव का खतरा बढ़ सकता है साथ ही संभावना है की यह दवा ठीक से काम ना करे|
आप जिन दवाओं, खुराक, विटामिन और हर्बल उत्पादों का इस्तेमाल करते है या करने की सोच रहे है, उनके बारे में अपने डॉक्टर को पहले बता दें और परामर्श प्राप्त करें| ताकि आपका चिकित्सक आपके दवा की खुराक, दवा की मात्रा और अवधि में परिवर्तन करते हुए आपकी मदद कर सके|
दुष्प्रभावों को रोकने के लिए सावधानियों बरतें और यदि आप नीचे दी गई किसी परिस्थिति में है तो पहले अपने डॉक्टर से दवाई के उपयोग के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करे –
- स्तनपान
- गर्भावस्था
- मधुमेह (डायबिटीज)
- ऑटोइम्यून डिसऑर्डर्स (Autoimmune Disorders)
- गर्भावस्था की योजना
Safi Syrup के दुष्प्रभाव (Side Effect)
साफी सिरप के उपयोग से कई दुष्प्रभावों हो सकते है लेकिन इनकी सम्भावना बहुत कम होती है| फिर भी सावधानी रखना ज़रुरी है तो अगर साफी सिरप के इस्तेमाल के बाद यदि आपको नीचे दिए गए कुछ नकारात्मक प्रभाव होते है और वे लंबी अवधि के लिए रहते है तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श/इलाज प्राप्त करे –
- दस्त होना
- मांसपेशियों की थकान
- जलन या त्वचा की जलन
- उलटी होना
- नींद आना (डॉसिनेस)
Safi Syrup का दूसरी दवाइयों के साथ प्रभाव-
यदि आप साफी सिरप का उपयोग करते समय किसी दूसरे उत्पादों या दवाओं का सेवन करते हैं तो इससे साफी सिरप का असर उल्टा हो सकता है| साथ ही इससे साइड इफ़ेक्ट की सम्भावना बढ़ जाती है और फायदा नहीं मिल पाता|
अपने डॉक्टर को साफी सिरप और दूसरी दवाएँ जिनका आप इस्तेमाल करते है उनके बारे में पूरी जानकारी दे ताकि वे आपको आवश्यकसलाह दे सके| नीचे वे दवाएँ है जो सफी सिरप के साथ क्रिया करती हैं –
- एस्पिरिन (Aspirin)
- डाक्लिज़ूमैब (Daclizumab)
- डाल्टेपरिन (Dalteparin)
- एनोक्सापारिन (Enoxaparin)
- बासिलीक्सीमैब (Basiliximab)
- क्लोपिडोग्रेल (Clopidogrel)
- क्लोरप्रोपामीड (Chlorpropamide)
- अज़ाथिओप्रीन (Azathioprine)
- साइक्लोस्पोरिन (Cyclosporine)
सुरक्षा (Safety)
भारत में अनुसंधान अध्ययनों के माध्यम से साफी के सुरक्षा मापदंडो को पूरी तरह से परखा नहीं गया है| जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन ने साफी पर एक रिसर्च को प्रकाशित करते हुए, उसमे एक भारी धातु (आर्सेनिक) की ज्यादा मात्रा होने की बात कही है जो बहुत हानिकारक हो सकती है|
इसमें आर्सेनिक दो तरह से पाया जाता है इनोर्गानिक और आर्गेनिक रूप में, जिसमे इनोर्गानिक एक जहर की तरह हानिकारक हो सकता है|
आइये जानते है की आर्सेनिक लेने से क्या परिणाम हो सकते है –
- दस्त
- कैंसर
- मांसपेशियों में ऐंठन
- बाल झड़ना
- पेट में दर्द
- पेशाब में खून आना
- त्वचा की हाइपरपिग्मेंटेशन
- गुर्दे, मूत्राशय और फेफड़ों का प्रभावित होना|
Safi Syrup के अन्य विकल्प (Substitutes)
नीचे बाजार में उपलब्ध कुछ समान प्रकार की दवाएँ दी गई हैं, जिनका इस्तेमाल आप साफी सिरप के विकल्प के तौर पर कर सकते है –
- जंडू लालिमा ब्लड एंड स्किन प्यूरीफायर (ZanduLalima Blood and Skin Purifier)
- आईएमसी एलो ब्लड प्यूरीफायर (IMC Aloe Blood Purifier)
- प्रवेक सफ्रक्त (PravekSafrakt)
- जीव नीम सिरप (JivaNeem Syrup)
अगर किसी कारण से कोई अनुभवी डॉक्टर परामर्श के लिए उपलब्ध नहीं है तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं
Dr. Shikha Khare is a mentor at MDS CONQUER – A premier institute for NEET MDS aspirants. She has completed her Masters in Dental Surgery from JSS Dental College, Mysore with distinction. She has several publications to her credit and has been awarded for the best original research paper presentation by Indian Academy of Oral Medicine and Radiology.
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