Osteoporosis – क्यों ऑस्टियोपोरोसिस है महिलाओं के लिए बड़ा खतरा?
इन दिनों में कई महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) की समस्या हो रही है| ४५ साल या उससे अधिक उम्र की महिलाओं पर किये गए एक अध्ययन में आधे से भी ज्यादा महिलाओं में अस्थि खनिज घनत्व (Bone Mineral Density) सामान्य से कम पाई गयी है | [1] अस्थि खनिज घनत्व हड्डी की समग्र शक्ति को दर्शाता है | जब यह कम हो, तब मामूली चोट के कारण हड्डी टूट भी सकती है | महिलाओं, और विशेष कर गरीब परिवारों से आने वाली महिलाओं में कमज़ोर या अत्यंत कमज़ोर हड्डियों की परेशानी आम है |
कारण:
अपर्याप्त पोषण:
विशेष रूप से कम आय वाले समूह के बीच यहएक बड़ी समस्या है | दूध कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, परन्तु जो कुछ भी दूध एक कम आय वाला परिवार अपने बच्चों के लिए खरीद सकता है | एक माँ बड़े आराम से अपनी संतान के लिए बलिदान कर सकती है | संपन्न घरों की युवा लड़कियां और महिलाएं भी अच्छा दिखने की चाह में सम्पूर्ण आहार और डेयरी उत्पादों में कटोती कर देती हैं |
रूढ़िवादी पोशाक:
ज्यादातर महिलाएं घर के अंदर ही काम करती हैं और बाहर जाना भी हो तो इस तरह की ड्रेसिंग जैसे कि “साड़ी”, “बुर्का”, “सलवार कमीज” वगैरह पहनना पसंद करती हैं, जो लगभग पूरे शरीर को सूर्य की रोशनी से बचाती हैं | सूर्य की रोशनी के बिना शरीर विटामिन डी नहीं बना पाता है और विटामिन डी की कमी हो जाती है | विटामिन डी कम हो तो शरीर भोजन में होने वाले कैल्शियम को सोख नहीं पाता और हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं |
आधुनिक जीवन शैली:
आजकल शहरों में लोग कार्यालय के अंदर सुबह से ले कर शाम तक काम करते हैं, और ऐसा सप्ताह में 5-6 दिन रहता है | सूर्य की पर्याप्त रोशनी मिलना पूरी तरह नामुमकिन है | इसके अलावा आजकल सनस्क्रीन लगाना एक आम चलन हो गया है | सनस्क्रीन धूप में होने वाली UVB किरणों को 95% तक रोक देता है | परन्तु UVB किरण ही शरीर में विटामिन डी बनाने की प्रक्रिया को शुरू करती है |
हार्मोनल बदलाव:
रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में एस्ट्रोजन नामक हॉर्मोन की मात्रा कम होने लगती है | ऐसा देखा गया है की एस्ट्रोजन के कम होने से अस्थि खनिज का घनत्व भी कम होने लगता है | इस तरह ४० वर्ष से ५० वर्ष के बीच में महिलाओं में हड्डियों के कमजोर होने की रफ़्तार बढ जाती है|
हड्डियों का सघन और मजबूत होना केवल 30 साल की आयु तक ही होता है | उसके बाद आप हड्डियों के घनत्व को खोने लगते हैं। इसलिए जब आप युवा हैं, तब अगर आप पर्याप्त कैल्शियम युक्त आहार नहीं लेते तो आप बाद में अधिक उम्र में ऑस्टियोपोरोसिस आदि रोगों से ग्रसित हो सकते हैं |
ऑस्टियोपोरोसिस बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों में हिप फ्रैक्चर का प्रमुख कारण है। 50 साल की आयु से ऊपर की तीन में से एक महिला में ऑस्टियोपोरोटिक फ्रैक्चर होने की संभावना है | [2]
Osteoporosis – कुछ सरल उपचार:
- यदि आप दूध या अन्य डेयरी उत्पादों नहीं ले सकते या पसंद नहीं करते, तो अन्य कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ लेना सुनिश्चित करें | रागी, राजगीर या चुवा, बाजरा,सफ़ेद बीन, राजमा, मूली, पालक, भिन्डी, संतरा और कई अन्य नॉन-डेयरी उत्पादों में कैल्शियम अच्छी मात्रा में होता है |
- अपने शरीर को पूर्ण कपड़ों से कवर किये बिना कम से कम पंद्रह से बीस मिनट रोजाना धूप में बैठें | यदि ऐसा करना किसी भी कारण से संभव नहीं है तो अपने हाथ और पांव पर और भी लंबी अवधि तक धूप लगने दें | सनस्क्रीन का उपयोग तभी करें जब आपको बहुत लम्बे समय तक तेज धूप में घूमना हो | किसी कारण से अगर धूप में बैठना संभवना हो तो विटामिन डी की जांच करवाने के बाद डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी के सप्लीमेंट्स टेबलेट्स लें |
- यदि आप एक माता पिता हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे एक स्वस्थ कैल्शियम युक्त आहार ले रहे हैं और पर्याप्त मात्रा में धूप में खेलकूद रहे हैं | बचपन में हुई किसी प्रकार की कमी से बाद में उबरना संभव नहीं है |
References:
- Midlife Health, 2011 Jul-December Journal; 2 (2): 81-85
- International Osteoporosis Foundation
- Photo credit: R.H.Sumon™ via Foter.com / CC BY-NC-SA
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Dr. Kaleem Mohammed graduated as a Bachelor of Physiotherapy in 2014 from Deccan College of Physiotherapy, affiliated to Dr. N.T.R. University of Health Sciences, Vijayawada, India. Dr. Kaleem is an expert at handling physiotherapy needs of patients suffering from orthopedic and spinal conditions and post-surgery rehabilitation. Dr. Kaleem is associated with HealthClues since its inception where he facilitates diagnosis and advanced consultation with senior doctors. He is also a medical researcher and prolific writer who loves sharing insightful commentaries and useful tips to educate the patient community about fitness, treatment options, and post-treatment recovery.
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